class 12 physics chapter 14 ( अर्द्रचालक इलेक्ट्रॉनिकी पदार्थ, युक्तियाँ तथा सरल परिपथ ) Objective Question Hindi
1. किसी ट्रांजिस्टर के धारा वृद्धि-गुणांक a तथा b में संबंध है,
जहाँ α =
(A) α = β/1+β
(B) β = α/1+α
(C) β = α
(D) α = β2/1+β2
2. P-कोटि के जरमेनियम अर्द्धचालक………. से मादित होता है
(A) आरसेनिक
(B) ऐन्टीमनी
(C) इंडियम
(D) फॉसफोरस
3. एक गैस डायोड में होता है
(A) केवल एनोड
(B) केवल कैथोड
(C) नली में केवल गैस
(D) इनमें से सभी
4. AND गेट के लिए बुलियन व्यंजक है :
(A) = Y
(B) A + B = Y
(C) A . B = Y
(D) = Y
5. 15 का द्विचर-तुल्यांक है :
(A) (10111)2
(B) (10010)2
(C) (1111)2
(D) (111000)2
6. इनमें से कोई संबंध सही है किसी भी ट्रांजिस्टर के लिए :
(A) α > β
(B) β > α
(C) β = α
(D) αβ = 1
7. ‘NAND’ गेट के दोनों निवेश जोड़ दिये जाते हैं तो यह बन जाता है :
(A) OR GATE
(B) AND GATE
(C) NOT GATE
(D) XOR GATE
8. एक अर्द्धचालक डायोड में P-side को पृथ्वी से एवं n-side को -2V से जोड़ा जाता है। डायोड :
(A) चालन करेगा
(B) चालन नहीं करेगा
(C) भंजक हो जाएगा
(D) इनमें से कोई नहीं
9. ट्रांजिस्टर में विद्युत चालन का कारण :
(A) होल
(B) इलेक्ट्रॉन
(C) होल एवं इलेक्ट्रॉन
(D) इनमें से कोई नहीं
10. P-प्रकार एवं N-प्रकार का अर्द्धचालक :
(A) विद्युतीय उदासीन
(B) विद्युतीय धनात्मक
(C) विद्युतीय ऋणात्मक
(D) इनमें से कोई नहीं
11. अवक्षय क्षेत्र में होते हैं :
(A) केवल इलेक्ट्रॉन
(B) केवल विबर (होल)
(C) इलेक्ट्रॉन एवं विबर (होल), दोनों ही
(D) इलेक्ट्रॉन एवं विबर (होल), दोनों ही नहीं
12. सिलिकॉन का ऊर्जा अन्तराल 1.14ev है। अधिकतम तरंगदैर्घ्य जिसपर कि सिलिकॉन, ऊर्जा का अवशोषण प्रारम्भ कर देगा, वह कहाँ होगी :
(A) 10877 Å
(B) 1087.7 Å
(C) 108.77 Å
(D) 10.877 Å
13. ट्रांजिस्टर के α एवं β की धारा गुणांकों में संबंध हैः
(A) 1/α = 1/β – 1
(B) α = β/1 + β
(C) β = α/1 + α
(D) α = β/β – 1
14. यदि A = 1, B = 0 तब A.B + A . A बुलियन बीजगणित के अनुसार निम्नांकित में किसके बराबर होगा :
(A) A
(B) B
(C) A + B
(D) A . B
15. अन्तः अर्द्धचालक में विद्युत् चालन सम्भव है –
(A) उच्च ताप पर
(B) प्रत्येक ताप पर जो 0 K से ऊपर हो
(C) केवल 100°C पर
(D) केवल 0°C पर
16. सूत्र σ = e(neμe + nhμh) में σ क्या है ?
(A) प्रतिरोधकता
(B) चालकता
(C) घनत्व
(D) प्वाइसन अनुपात
17. वैसी युक्ति जो सौर ऊर्जा को विद्युत् ऊर्जा में परिवर्तित करता है, उसे कहते हैं –
(A) सौर सेल
(B) शुष्क सेल
(C) संचायक सेल
(D) बटन सेल
18. सौर सेल पैनेल का उपयोग किया जाता है-
(A) कृत्रिम उपग्रह में
(B) चन्द्रमा पर
(C) मंगल ग्रह पर
(D) कहीं भी नहीं
19. अग्र अभिनति P-N संधि डायोड जिसमें प्रकाश उत्सर्जित होता है, कहे जाते हैं –
(A) प्रकाश उत्सर्जक डायोड
(B) फोटो डायोड
(C) जेनर डायोड
(D) इनमें से कोई नहीं
20. GaP संधि द्वारा अधिकांश प्रकाश उत्सर्जित होता है –
(A) लाल और हरा
(B) लाल और पीला
(C) लाल और बैंगनी
(D) इनमें से कोई नहीं
21. जब L.E.D उत्क्रम अभिनति में होता है तो क्या होता है ?
(A) प्रकाश उत्सर्जित नहीं होता है
(B) प्रकाश उत्सर्जित होता है
(C) प्रकाश अवशोषित भी नहीं होता है
(D) इनमें से कोई नहीं
22. NOT gate बनाने के लिए उपयोग होता है
(A) npn ट्रांजिस्टर जिसका उत्सर्जक उभयनिष्ठ है
(B) npn ट्रांजिस्टर जिसका आधार उभयनिष्ठ है
(C) ppn ट्रांजिस्टर जिसका उत्सर्जक उभयनिष्ठ है
(D) pnp ट्रांजिस्टर जिसका आधार उभयनिष्ठ है
23. द्विआधारी संख्या का 111 का मान है –
(A) एक
(B) तीन
(C) सात
(D) एक सौ ग्यारह
24. बूलियन बीजगणित में Y = A + B का मतलब है –
(A) Y बराबर है A तथा B के
(B) Y बराबर है A तथा B के योग के
(C) Y बराबर नहीं है A या B के
(D) Y बराबर है दोनों A तथा B के
25. बूलियन बीजगणित Y = A . B का मतलब है –
(A) Y बराबर है A तथा B के गुणनफल का
(B) Y बराबर है A तथा B के
(C) Y बराबर है A या B के
(D) Y बराबर नहीं है A या B के
26. दी गयी सत्यता सारणी निरूपित करती है –
A | B | Y |
0 | 0 | 1 |
1 | 0 | 1 |
0 | 1 | 1 |
1 | 1 | 0 |
(A) NAND-द्वार
(B) NOR-द्वार
(C) NOT-द्वार
(D) XOR-द्वार
27. निम्नलिखित तर्किक परिपथ का आउटपुट है-
(A) Y =
(B) Y = +
(C) Y = A . B
(D) Y = .
28. दिखाये गये दो तार्किक द्वारों का संयोग निरूपित करता है –
(A) NAND-द्वार
(B) NOR-द्वार
(C) NOT-द्वार
(D) XOR-द्वार
29. निम्नलिखित में से कौन से आंकिक सिग्नल निरूपित करता है ?
(A)
(B)
(C)
(D)
30. निम्नलिखित तार्किक परिपथ का आउटपुट है –
(A) Y =
(B) Y = +
(C) Y = A . B
(D) Y = .
31. दिखाये गये दो तार्किक द्वारों के संयोग निरूपित करते हैं
(A) NAND-द्वार
(B) NOR-द्वार
(C) NOT-द्वार
(D) XOR-द्वार
32. एक प्रवर्द्धक दोलित्र से इस प्रकार भिन्न है कि
(A) एक प्रवर्द्धक में निवेश नहीं किया जाता है जबकि दोलित्र में निवेश किया जाता है
(B) एक दोलित्र में कोई निवेश नहीं किया जाता है जबकि प्रवर्द्धक में निवेश किया जाता है।
(C) ट्रांजिस्टर का उपयोग प्रवर्द्धक में होता है, दोलित्र में नहीं
(D) इनमें से कोई नहीं
33. एक प्रवर्द्धक से दोलित्र बनाने में फीडबैक होता है
(A) धनात्मक
(B) ऋणात्मक
(C) कभी धनात्मक कभी ऋणात्मक
(D) इनमें से कोई नहीं
34. प्रेरणिक सम्बद्धता (inductive coupling) में प्रयुक्त होता है
(A) स्थिर वैद्युत प्रेरण
(B) परस्पर प्रेरण
(C) स्वप्रेरण
(D) इनमें से कोई नहीं
35. एक ट्रांजिस्टर स्विच की भाँति व्यवहार करता है
(A) सक्रिय क्षेत्र में
(B) कट ऑफ स्टेट
(C) सर्तृप्त अवस्था
(D) (B) एवं (C) दोनों
36. निवेश प्रतिरोध, ज्ञात संकेतों में इस प्रकार परिभाषित होता है –
(A) ri =
(B) ri =
(C) ri =
(D) इनमें से कोई नहीं
37. दशमलव अंक पद्धति की संख्या 27 की द्विआधारी पद्धति में समतुल्य संख्या होगी
(A) 11011
(B) 10111
(C) 11001
(D) 10011
38. परिपथ में धारा क्या होगी ?
(A) 3/40 A
(B) 1/10 A
(c) 3/50 A
(D) 3/10 A
39. eV में क्रमश: Ge और Si में बैंड रिक्तता है
(A) 0.7, 1.1
(B) 1.1, 0.7
(C) 1.1, 0
(D) 0, 1.1
40. एक डायोड प्रयुक्त हो सकता है।
(A) a.c. को d.c. में परिवर्तन के लिए
(B) d.c. को a.c. में परिवर्तन के लिए
(C) एम्पलीफाइर के रूप में
(D) इनमें से कोई नहीं
41. दशमिक संख्या 25 को द्विआधारी में लिखें।
(A) (1100)2
(B) (1001)2
(C) (11001)2
(D) (11101)2
42. NOR gate का लॉजिक संकेत है –
(A)
(B)
(C)
(D)
43. मूल गेट (बेसिक गेट) हैं –
(A) AND, OR
(B) NAND, NOR
(C) OR, NOT
(D) AND, OR, NOT
44. एक npn ट्रांजिस्टर से निकलनेवाली धारा 2mA तथा संग्राही धारा 1.8 mA है। बेस धारा का मान होगा।
(A) 2mA
(B) 0.2 mA
(C) 1.8 mA
(D) इनमें से कोई नहीं
45. यदि A = 1, B = 0,C=1 तो का मान होगा –
(A) 1
(B) 0
(C) 10
(D) 101
46. संक्रिया का लौजिक गेट है
(A)
(B)
(C)
(D) इनमें से कोई नहीं
47. कौन-सा PN-जंक्शन अग्र अभिनत (forward biased) है ?
(A)
(B)
(C)
(D) इनमें से कोई नहीं
48. दिखाये गये PN-जंक्शन पर आवेश वितरण का ग्राफ है-
(A)
(B)
(C)
(D) इनमें से कोई नहीं
49. शून्य डिग्री केल्विन पर, जर्मेनियम का टुकड़ा
(A) अर्द्धचालक होता है
(B) सुचालक होता है
(C) कुचालक होता है
(D) अधिकतम चालकता
50. निवेश A तथा निर्गम X के लिए दिखाया गया परिपथ है
(A) AND
(B) NAND
(C) NOT
(D) OR
51. बैक-टू-बैक pn जंक्शन के आविष्कारक थे
(A) जे बारडीन
(B) डब्ल्यू एच ब्राट्टेन
(C) (A) एवं (B) दोनों
(D) डब्ल्यू शॉकले
52. LED से प्रकाश पाने के लिए बैंड गैप का परास है
(A) 1.8 eV-3eV
(B) 3 eV-6eV
(C) 1.0 eV – 1.8 eV
(D) इनमें से कोई नहीं
53. p-type अर्द्धचालक प्राप्त करने के लिए जर्मेनियम में त्रिसंयोजक मिलाया जाता है लेकिन n-type प्राप्त करने के लिए मिलाया जाता है –
(A) चतु:संयोजक
(B) पंच संयोजक
(C) त्रिसंयोजक
(D) इनमें से कोई नहीं
54. चित्र में दिखाया गया लॉजिक गेट है
(A) OR
(B) NOR
(C) NAND
(D) AND
55. दिखाया गया सत्यता सारिणी है –
Input | Output | |
A | B | C |
0 | 0 | 0 |
0 | 1 | 1 |
1 | 0 | 1 |
1 | 1 | 0 |
(A) OR gate
(B) AND gate
(C) NOR gate
(D) इनमें से कोई नहीं
56. कुचालक पदार्थ में संयोजक बैण्ड तथा चालकता बैण्ड के बीच होता है –
(A) चौड़ा बैण्ड गैप
(B) पतला बैण्ड गैप
(C) कोई रिक्त स्थान नहीं होता है
(D) इनमें से कोई नहीं
57. सुचालक पदार्थ में संयोजक बैण्ड तथा चालन बैण्ड के बीच –
(A) चौड़ा बैण्ड गैप होता है
(B) पतला बैण्ड गैप होता है
(C) कोई रिक्त स्थान नहीं होता है
(D) इनमें से कोई नहीं
58. अर्द्धचालक पदार्थ में संयोजन बैण्ड तथा चालन बैण्ड के बीच –
(A) चौड़ा बैण्ड गैप होता है
(B) पतला बैण्ड गैप होता है
(C) न तो पतला ही, न तो चौड़ा ही बैण्ड गैप होता है
(D) कोई गैप नहीं होता है
59. चालक पदार्थों का चालन बैण्ड इलेक्ट्रॉनों से –
(A) अंशतः भरा रहता है
(B) पूर्णतः खाली रहता है
(C) पूर्णतः भरा होता है
(D) इनमें से कोई नहीं
60. N-प्रकार अर्द्धचालकों में मुख्य धारावाहक होते हैं –
(A) प्रोटॉन
(B) होल
(C) α-कण
(D) इलेक्ट्रॉन
61. P-प्रकार अर्द्धचालकों में मुख्य धारावाहक होते हैं
(A) इलेक्ट्रॉन
(B) होल
(C) फोटॉन
(D) प्रोटॉन
62. ताप बढ़ाने पर अर्द्धचालकों का प्रतिरोध –
(A) बढ़ाता है
(B) घटता है
(C) नियत रहता है
(D) इनमें से कोई नहीं
63. अर्द्धचालक में विद्युत् चालकता का कारण है –
(A) केवल इलेक्ट्रॉन
(B) केवल छिद्र
(C) इलेक्ट्रॉन एवं छिद्र दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
64. n-टाइप का जर्मेनियम प्राप्त करने के लिए जर्मेनियम में मिलाया गया अपद्रव्य होना चाहिए –
(A) त्रिसंयोजक
(B) चतुः संयोजक
(C) पंच संयोजक
(D) इनमें से कोई नहीं
65. P-प्रकार का अर्द्धचालक प्राप्त करने के लिए जरमेनियम या सिलिकन में मिलाया गया अपद्रव्य होना चाहिए –
(A) त्रिसंयोजक
(B) चतुः संयोजक
(C) पंच संयोजक
(D) इनमें से कोई नहीं
66. आवर्त सारणी के तृतीय ग्रुप के तत्त्वों के अपद्रव्य को जरमेनियम या सिलिकन में मिलाने से वे हो जाते हैं –
(A) एक रोधी (insulator)
(B) एक N-प्रकार अर्द्धचालक
(C) एक P–प्रकार अर्द्धचालक
(D) प्रकाश-चालकीय
67. P-N संधि डायोड का उपयोग करते हैं एक –
(A) प्रवर्धक
(B) दोलन
(C) माडुलेटर
(D) दिष्टकारी की तरह
68. प्रत्यावर्ती विभव लगाने पर एक दिष्ट धारा उत्पन्न करने वाले संयंत्र का नाम है –
(A) दिष्टकारी
(B) ट्रान्सफार्मर
(C) ऑसिलेटर
(D) फिल्टर
69. पूर्ण तरंग दिष्टकारों के रूप में संधि डायोड का व्यवहार करने के लिए आवश्यक होती है –
(A) एक डायोड की
(B) दो डायोड की
(C) तीन डायोड की
(D) चार डायोड की
70. निवेशी वोल्टेज / धारा को बढ़ाने वाले यंत्र को कहते हैं –
(A) प्रवर्धक
(B) दोलित
(C) दिष्टकारी
(D) डायोड
71. डायोड का उपयोग करते हैं एक –
(A) प्रवर्धक की तरह
(B) दोलन की तरह
(C) मॉडुलेटर की तरह
(D) रेक्टिफायर की तरह
72. किसी ट्रांजिस्टर परिपथ में विभिन्न धाराओं के बीच का संबंध होता है-
(A) Ic =Ib + Ie
(B) Ic = Ib + Ic
(C) Ic = Ib x Ie
(D) Ie = Ib/ Ic
73. OR-द्वार का बूलियन व्यंजक है –
(A) Y = A + B
(B) Y = A . B
(C) Y =
(D) Y =
74. NAND गेट के लिए बूलियन व्यंजक है
(A) = γ
(B) = γ
(C) A.B = γ
(D) A + B = γ
75. AND-द्वार के लिए बूलियन व्यंजक है
(A) = Y
(B) A+B = Y
(C) A.B = Y
(D) AB = Y
76. NOT-द्वार के लिए बूलियन व्यंजक है-
(A) Y =
(B) Y =
(C) Y =
(D) Y = AB
77. NOR-द्वार के लिए बूलियन व्यंजक है –
(A) Y =
(B) Y =
(C) A . B = Y
(D) Y = A + B
78. जिस तर्क द्वार के दोनों निवेशी को केवल अवस्था 1 में रहने पर ही निर्गम प्राप्त होता है, वह तर्क द्वार है –
(A) OR
(B) AND
(C) NOR
(D) NAND
79. यदि किसी लॉजिक गेट का निर्गम (Y) का मान उसके दोनों निवेशों के गुना (A . B) से प्राप्त होता है, तो वह गेट है –
(A) OR
(B) AND
(C) NOR
(D) NOT
80. यदि किसी लॉजिक गेट के दोनों निवेशों को अवस्था 0 में रहने पर निर्गम 1 प्राप्त होता है तब वह लॉजिक गेट है अवश्य है –
(A) AND
(B) OR
(C) NOT
(D) NOR
81. दिया गया सत्य तालिका किस तर्क द्वार को निरूपित करता है?
A | B | Y |
0 | 0 | 1 |
0 | 1 | 1 |
1 | 0 | 1 |
1 | 1 | 0 |
(A) NAND
(B) AND
(C) NOR
(D) XOR
82. 4N भरे स्तरों के निम्न ऊर्जा पट्टी को कहते हैं –
(A) संयोजी पट्टी
(B) चालन पट्टी
(C) फॉरबीडेन ऊर्जा पट्टी
(D) इनमें से कोई नहीं
83. 4N खाली स्तरों के उच्च पट्टी को कहा जाता है –
(A) फॉरबीडेन ऊर्जा पट्टी
(B) चालन पट्टी
(C) संयोजी पट्टी
(D) इनमें से कोई नहीं
84. धारा प्रवाह में शामिल इलेक्ट्रॉन पाये जाते हैं –
(A) कन्डक्शन बैण्ड में
(B) फॉरबीडेन ऊर्जा अन्तराल में
(C) वैलेन्स बैण्ड में
(D) इनमें से कोई नहीं
85. अर्द्धचालक की स्थिति में फॉरबीडेन ऊर्जा अन्तराल की चौड़ाई लगभग होती है
(A) 0.01 eV
(B) 100 eV
(C) 10 eV
(D) 1 eV
86. ताप बढ़ने के साथ अर्धचालक का प्रतिरोध
(A) बढ़ता है
(B) घटता है
(C) कभी बढ़ता है और कभी घटता है
(D) अपरिवर्तित होता है
87. अर्द्धचालकों में अपद्रव्यों को डालने से
(A) वे रोधी (insulators) हो जाते हैं
(B) उनकी चालकता घट जाती है
(C) उनकी चालकता शून्य हो जाती है
(D) उनकी चालकता बढ़ जाती है
88. फॉरबीडेन ऊर्जा अन्तराल की चौड़ाई अधिकतम है
(A) धातुओं के लिए
(B) अर्द्धचालकों के लिए
(C) अचालकों के लिए
(D) किसी के लिए नहीं
89. विवर (होल) मोबाइल आवेश वाहक होता है
(A) कन्डक्शन बैण्ड में
(B) फॉरबीडेन ऊर्जा अन्तराल में
(C) वैलेन्स बैण्ड में
(D) इनमें से कोई नहीं
90. ट्रांजिस्टर की क्रिया हेतु निम्नलिखित में कौन-सा कथन सही है ?
(A) आधार, उत्सर्जक और संग्राहक क्षेत्रों का आकार (size) और अपमिश्रण सांद्रता समान होनी चाहिए
(B) आधार क्षेत्र बहुत बारीक और अपमिश्रित होना चाहिए
(c) उत्सर्जक संधि अग्र अभिनति है और संग्राहक संधि उत्क्रम अभिनति है
(D) उत्सर्जक संधि और संग्राहक संधि दोनों ही अग्र अभिनति है
91. ट्रान्जिस्टर की धारा लाभ a परिभाषित होता है
(A) Ic/Ib द्वारा
(B) Ic/Ie द्वारा
(C) Ie/Ic द्वारा
(D) Ib/Ie द्वारा
92. पूर्ण-तरंगी दिष्टकारी में, यदि निवेश आवृत्ति 50 Hz है तो निर्गम आवृत्ति क्या
(A) 25
(B) 50
(C) 100
(D) 200
93. P-N-Pट्रांजिस्टर के लिए कॉमन आधार में α का मान 0.98 है तो कॉमन उत्सर्जक में धारा लाभ β का मान होगा –
(A) 4.9
(B) 0.49
(C) 49
(D) 0.98
94. N-P-N ट्रान्जिस्टर के लिए कॉमन आधार में β का मान 100 है तो कॉमन उत्सर्जक में धारा लाभ α का मान होगा –
(A) 0.99
(B) 1.01
(C) 0.92
(D) 0.95
95. ट्रान्जिस्टर के किस विन्यास में वोल्टता लाभ अधिकतम है ?
(A) कॉमन आधार में
(B) कॉमन उत्सर्जक में
(C) कॉमन संग्राहक में
(D) इनमें से कोई नहीं
96. एक शुद्ध अर्द्धचालक का परम शून्य ताप पर व्यवहार है
(A) एक कुचालक की भाँति
(B) एक अति-चालक की भाँति
(C) एक N-प्रकार के अर्द्धचालक की भाँति
(D) एक धातु चालक की भाँति
97. N-प्रकार का अर्द्धचालक बनाने के लिए शुद्ध सिलिकॉन में मिलाया जाने वाला अशुद्ध परमाणु है :
(A) फॉसफोरस
(B) बोरॉन
(C) एण्टीमनी
(D) एल्यूमिनियम
98. जर्मेनियम क्रिस्टल को N-प्रकार का अर्द्धचालक बनाने के लिए उसमें मिलाये जाने वाले अपद्रव्य की संयोजकता होगी :
(A) 6
(B) 5
(C) 4
(D) 3
99. P–N संधि का अग्र अभिनति दशा में :
(A) कोई धारा प्रवाहित नहीं होती है
(B) केवल P क्षेत्र से होल N क्षेत्र में प्रवेश करता है
(C) केवल N क्षेत्र से इलेक्ट्रॉन P क्षेत्र में प्रवेश करता है
(D) प्रत्येक क्षेत्र से बहुसंख्यक वाहक दूसरे क्षेत्र में प्रवेश करता है
100. प्रवर्धक के रूप में ट्रान्जिस्टर, ट्रायोड वाल्व की अपेक्षा श्रेष्ठ है क्योंकि –
(A) यह अधिक ताप परिवर्तन सहन कर सकता है
(B) इसकी निर्गत प्रतिबाधा उच्च होती है
(C) यह उच्च सामर्थ्य को सँभाल सकता है
(D) इसे ऊष्मक की आवश्यकता नहीं है
101.सक्रिय विधा में ट्रान्जिस्टर के लिए निम्न में से कौन-सा कथन सही है ?
(A) E-B संधि अग्र और B-C पश्च होती है
(B) E-B संधि पश्च और B-C अग्र होती है
(C) E-B, B-C दोनों संधियाँ अग्र होती हैं
(D) E-B, B-C दोनों संधियाँ पश्च होती हैं
102. P–N–P ट्रान्जिस्टर की तुलना में N–P–N ट्रान्जिस्टर श्रेष्ठ है क्योंकि-
(A) यह सस्ता होता है
(B) इसमें ऊर्जा का ह्रास कम होता है
(C) इसमें इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह अधिक होता है
(D) यह अधिक शक्ति सहन करने की क्षमता रखता है
103. यदि किसी अर्द्धचालक में छिद्रों एवं इलेक्ट्रॉनों की संख्या क्रमशः NP तथा Ne हो तो –
(A) Np > Ne
(B) Np = Ne
(C) Np < Ne
(D) Np ≠ Ne
104. अर्द्धचालकों में अशुद्धि मिलाने की क्रिया को कहा जाता है-
(A) डोपिंग
(B) हाइब्रीडायजेशन
(C) अनुशीलन
(D) इनमें से कोई नहीं
105. कॉमन बेस तथा कॉमन इमिटर एम्पलिफायर के करेन्ट गेन के बीच संबंध होता है –
(A) β = 1- α / α
(B) β = α / 1 – α
(C) α = β / 1 – α
(D) इनमें से कोई नहीं
106. डायोड को कहा जाता है –
(A) फ्लेमिंग वाल्व
(B) रिचार्डसन वाल्व
(C) एडीसन वाल्व
(D) इनमें से कोई नहीं
107. संयोजक ऊर्जा बैण्ड तथा चालन ऊर्जा बैण्ड के बीच के अन्तराल को कहते है –
(A) फर्मी बैण्ड
(B) बैण्ड गैप
(C) संयोजक बैण्ड
(D) चालन बैण्ड
108. एक अर्द्धचालक को T1 K से T2 K ताप पर ठंडा किया जाता है, तो इसका प्रतिरोध –
(A) बढ़ेगा
(B) घटेगा
(C) नियत रहेगा
(D) पहले घटेगा फिर बढ़ेगा
109. यदि ट्रांजिस्टर के धारा नियतांक α तथा β है तो –
(A) αβ = 1
(B) β > 1, α < 1
(C) α = β
(D) β < 1,α > 1